स्टीमर यात्रा

2005 में वायुसेना छोड़ने के बाद हम तीन साल घर पर- बरहरवा में- रहे. फिर 2008 में इनकी नौकरी स्टेट बैंक में हो गयी और हम अररिया (बिहार) में रहने लगे. अररिया में इनकी बड़ी दीदी भी रहती हैं. बरहरवा से अररिया आना-जाना करने करने के लिए हमलोगों ने वाया भागलपुर तथा वाया दालकोला मोड़, मालदा वाले रास्तों को भी आजमाया, पर हमें वाया मनिहारी वाला रास्ता ही पसन्द आया, जिसमें स्टीमर में बैठकर गंगाजी को पार करना पड़ता है.